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Friday, January 15, 2016

Akbar & birbal me chutkule

Akbar & birbal

.1.एक बार कुछ दरबारियों ने महाराज अकबर से कहा महाराज आज कल बीरबल को ज्योतिष का शौक चढ़ा है कहता फिरता है मंत्रो से मए कुछ भी कर सकता है तभी दूसरे दरबारी ने कान भरे  हाँ महाराज वह बहुत सखी बघारता फिरता है हम तो परेसान हो गए उससे दरबार के काम ज़रा सा भी रूचि नही लेता       राजा बोले   अच्छा परख कर देखते है  बीरबल के मंत्रो में क्या दमखम है यह कहते हुए राजा ने एक दरबारी से कहा तुम अंगूठी  छूपालो आज इसी के    बारे में   पूछेंगे    तभी  बीरबल   दरबार में  आया  राजा को परनाम कर अपनी जगह जा  बैठा    अकबर  बोले    बीरबल  अभी अभी मेरी अंगूठी कहीं गायब हो गयी  ज़रा पता लगाओ     सुना है  तुम   तंत्र   मन्त्र से   बहुत कुछ  कर सकते हो   बीरबल  कनखियों    से   दरबारोयो  की और    देखा   वह  समझ गया   था   की  उसके    विरुद्ध    राजा    के   कान   डटकर   भरे  गए  है  कुछ सोच कर  उसने  कागज पर अड़ी  तिरछी   रेखाएं   खींची  फिर बोला    महाराज    आप इस पर हाथ  रखे अंगूठी  जहां भी  होगी  अपने  आप अंगुली में    आ   जाएगी  राजा ने उस तंत्र  पर हाथ  रखदिया    तभी बीरबल    चावल    हाथ   में   लेकर   दरबारियों  की ओर  फेंकने   लगा   जिसके   पास  अंगूठी  थी  वह सोचने  लगा   कहीं  सचमुच   अंगूठी  निकलकर   राजा के  पास   ना  पहुंच  जाए    उसने    कसकर  जेब  पर  हाथ  रखलिया    बीरबल  यह    देखरहा था    बोला  महाराज   अंगूठी  तो  मिल गयी   लेकिन उस दरबारी  ने कसकर   पकड़  राखी है   अकबर    बीरबल  का संकेत समझ हंस  पड़े     उन्होंने अंगूठी पुरस्कार   में  बीरबल को दे दी   चुगली  करने   वालो   के   सीर सरम से झुक   गए।!!!!




2.. एक दफा बादसाह ने बीरबल से कहा की बीरबल  हमारी बेगम  को  कुछ दिन से  बराबर  सीर में  दर्द  रहता है  किसी ओझा ने  इसकी दवा   बनाने के लिए बकरे का दूध  माँगा है   अत  हमें  कहीं से  भी  बकरे   का दूध  मंगवाकर दो   बीरबल  समझ गया  की ओझा ने   बादसाह को मुर्ख   बनाया  है   घर जा कर उसने अपनी लड़की को समझाया और वह फ़ौरन  से ही  रात्रि के  समय  बादसाह  के महल  के पास   यमुना  में  कपडे  धोने  लगी    बादसाह   की  नींद  में विध्न  पड़ा   तो   बादसाह  ने   फ़ौरन  ही  उसे बुलाकर   पुछा  की  तू कौन  है  और  रात के समय  कपडे  क्यों धो रही है   लड़की ने कहा  हुज़ूर  में बीरबल की लड़की  हूँ   अभी  साम को ही  बीरबल के पेट  से  बच्चा  पैदा हुआ है  में उन्ही के  कपडे       धो रही  हूँ     बादसाह ने  कहा  लड़की   क्या तू  पागल तो  नही  है  कहीं मर्द    के पेट में बच्चा हुआ है      लड़की ने   कहा   तो   हुज़ूर   कहीं  बकरे   के भी  दूध  होता  है   लड़की की   बात   सुनते  ही बादसाह     सब   समझ   गए    और उसे   इनाम  देकर   घर  भिजवा  दिया

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Dosto aap ko shayari kaisi lagi comment kar ke jaror bataye...


Dosto galat. Sabso ka paryog. Na kare